विजयी युवती की कहानी..
…उसने जीवन में हमेशा विजय हासिल की।
…उसने साइकोलॉजी में डिग्री की पढ़ाई करते हुए ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हासिल किया।
…वह एक स्कूबा डाइवर है तथा गहरे पानी में सर्फिंग करती है।
…उसने टक्सन शहर में 64 कि.मी. की साइक्लिंग प्रतियोगिता में भाग लिया जहाँ 5 पर्वत श्रेणियां थी जिसमें से एक 9000 फ़ीट की ऊंचाई पर थी।
…10000 फ़ीट की ऊंचाई पर स्पोर्ट हवाई जहाज उड़ाने हेतु पायलेट प्रमाण पत्र उसने अर्जित किया है।
…वह एक लेखिका है तथा उसने 20 देशों में यात्रा कर वहां के लोगों को जीवन में प्रोत्साहित करने हेतु कार्यक्रम किये हैं।
इस में आश्चर्य की क्या बात है?
आइये। मैं आपको बताता हूँ। वह दुनिया की प्रथम लाइसेंस धारी पायलट तथा ब्लैक बेल्ट है जिसके दोनों बाहें नहीं है। जन्म (1983)से ही उसके दोनों हाथ नहीं थे। उसका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में इस लिए दर्ज है कि वह पैरों से हवाई जहाज उड़ाती है। उस युवती का नाम है….
जेसिका कॉक्स..
दोस्तों क्या यह आश्चर्यजनक नहीं है कि बिना बाहों वाली एक युवती इतनी महान उपलब्धियां हासिल करे? क्या आप कल्पना कर सकते हैं उसके साहस, उत्साह, और आत्मविश्वास के उच्च स्तर का? क्या अब आप मानते हैं कि वह एक विजयी युवती है? दोस्तों! सोचिये कि जीवन में छोटी सी समस्या आ जाने पर एक साधारण व्यक्ति की प्रतिक्रिया क्या होती है? क्या आप भरपूर साहस एवं उत्साह से जीवन में आने वाली समस्याओं को हराने के लिए तैयार हैं?
मुश्किल परिस्थितियों में साधारण व्यक्ति की प्रतिक्रिया:
दोस्तों! कुछ उदाहरण प्रस्तुत कर रहा हूँ जो मेरी नज़र में आये हैं….
1) एक युगल की युवा बेटी की आकस्मिक मृत्यु हो गई। आज, दस वर्ष बाद भी मां उस सदमे से मुक्त नहीं हो पाई है। उनके विषाद की इस स्थिति से सारा परिवार आज भी तनाव युक्त है।
2) एक कर्मचारी को उसकी अपेक्षा के अनुसार पदोन्नति नही मिल पाई। इसको वह सहन नहीं कर पाया और गहन निराशावादी दृष्टिकोण अपना कर उसने अपना भविष्य बर्बाद कर लिया।
3) एक मध्यायु मित्र को ह्रदय संबंधी रोग होने का पता चला। डॉक्टर ने उसे जीवन शैली में कुछ बदलाव करने की सलाह दी। उसे इस सलाह को मानने में दिक्कत हुई। उचित सलाह के परिपालन के स्थान पर वह एक से दूसरे डॉक्टर के चक्कर लगाता रहा। आखिर आज उसकी हालत नाज़ुक हो गई है व नियंत्रण के बाहर है।
4) हाल ही में एक IT क्षेत्र में कार्य करने वाले युवक ने अपनी पत्नि तथा तीन बच्चों की हत्या कर दी। कोई चार माह से उसके पास कोई नौकरी नहीं थी। संभवतः हताश हो कर उसने ऐसा कदम उठाया।
5) एक किशोर वय बालक को उसके माता पिता ने ऐसी पढ़ाई करने को बाध्य किया जिसमें उसका मन नहीं था। अधिकतम समय अवधि समाप्त होने पर भी वो कुछ पेपर्स में अनुतीर्ण रहा। समय भी गया और हाथ भी कुछ नहीं लगा। माता पिता आज भी नहीं समझ पा रहे हैं कि ऐसा क्यों हुआ।
दोस्तों, और उदाहरण की आवश्यकता नहीं है। प्रतिदिन आप समाचार पत्रों में तथा टीवी चैनल्स पर ऐसे समाचार देख सकते हैं।
जेसिका के जीवन से शिक्षा…
दोस्तों..चुनौतियों के बिना जीवन असंभव है। यदि आप जीवन में कुछ बड़ा हासिल करना चाहते हैं तो ईश्वर बड़ी चुनौतियों से आपकी परीक्षा लेंगे। आपकी चुनौती कितनी बड़ी है, यह मायने नहीं रखती। महत्वपूर्ण यह है कि आप उसे कैसे स्वीकार करते हैं। कई लोग बड़ी बाधाओं को भी हँसते हँसते पार कर लेते हैं।किंतु कुछ लोग छोटी तकलीफों में ही उलझ कर रह जाते हैं। जेसिका की कहानी उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो सूक्ष्म बाधाओं में उलझ कर अपने जीवन को अंधकार में ढकेल देते हैं।
जेसिका की विजय के कारण..
1) उसका दृढ़ विश्वास इस बात पर रहा होगा कि वह हर कार्य कर सकती है न कि वह क्या नहीं कर सकती है। उसने अपनी सोच इस बात पर केंद्रित की कि हर मुश्किल कार्य को वो कैसे संभव करे।
2) दोस्तों और रिश्तेदारों ने निश्चय ही उसे बताने की कोशिश की होगी कि बिना हाथों के अनेक कार्य वह नहीं कर पायेगी। यदि उसने इन नकारात्मक बातों पर विश्वास किया होता तो आज वह एक साधारण अपाहिज के रूप में जीवन बिता रही होती। उसकी उपलब्धियां प्रमाणित करती है कि उसने नकारात्मक लोगों की सोच को स्वीकार नहीं किया।
4) एक गहन जिजीविषा। जीने की जुनूनी चाह। आत्मसम्मान एवं गौरव के साथ जीने की उत्कट उत्कंठा। सकारात्मक सोच के साथ वह जीवन के सभी रंगों का भरपूर आनंद लेना चाहती थी।
5) वह स्वयं पर विश्वास करती थी तथा ” वो क्या कहेंगे” डर को उसने त्याग दिया था।
6) कुछ भी करने के लिए हमें सदैव दूसरों की आवश्यकता भी होती है। उसने सकारात्मक लोगों से दोस्ती कर उनके सहयोग से उपलब्धियां हासिल की होगी तथा नकारात्मक लोगों से दूरी बनाई होगी।
निष्कर्ष…
जेसिका की कहानी से हम क्या सीखते हैं? दोस्तों! कठिनाइयां तो किसी न किसी रूप में जीवन में आती ही रहेंगी। यदि हम हर परिस्थिति में जीतने का नज़रिया रखेंगे तो सफलता हमारे कदम चूमेगी।
संक्षेप में….
1) खुशी से जीने की प्रबल इच्छा। सारा ध्यान चुनौतियों को अवसर में बदलने पर केंद्रित करें।
2) ऐसी आस्था कि तकलीफें यदि आ रही है जीवन में तो ईश्वर आपको पुरस्कार देने की योजना बना रहे हैं।
3) डर का जीवन में कोई स्थान नहीं है। दूसरों की चिंता नहीं करें। यह आपका जीवन है। आप ही निर्णायक हैं, कोई और नहीं।
4) असंभव जैसा कुछ नहीं है जीवन में। संभावना विचारक बनें। एक आशावादी को हर कठिनाई में नए अवसर दिखाई देंगे।
5) अभ्यास करने से ही निपुणता आती है। जो मुश्किल लगे उसमें लगातार अभ्यास कर के सफलता हासिल करें।
6) ऐसे लोगों से संबंध बनायें जो
आपको उत्साहित करें व सीमाओं के पार जाने का रास्ता दिखाये। नकारात्मक लोगों से दूर रहें।
7) औसत जीवन स्वीकार न करें, चाहे जिंदगी में कितने भी उतार चढ़ाव आयें। एक उद्देश्यपूर्ण एवं विशिष्ठ जीवन जीने की अपेक्षा रखें।
8) आपकी जिंदगी एवं आपकी आय आपकी आत्म छवि से बेहतर नहीं हो सकती। अतः अपनी आत्म छवि को विकसित करते रहें।
लिखते लिखते..
जब मैं इस ब्लॉग को समाप्त कर रहा था तब मेरी बहन, जो स्वयँ एक विजयी महिला हैं, ने एक लिंक भेजा। यह लिंक एक बिना बाहों वाले दर्जी के बारे में है। आप अवश्य ही इसे पसंद करेंगे।
जय शंकर प्रसाद की 2 पंक्तियों के साथ मैं समापन करूँगा…
यह नीड़ मनोहर कृतियों का, यह विश्व कर्म रंगस्थल है,
है परंपरा लग रही यहाँ, ठहरा जिसमें जितना बल है।
दोस्तों..
चुनौतियों को चुनौती देने हेतु तैयार रहें। हमेशा जीत का रवैया ऊंचा रखें।
आप एक विजयी हैं। विश्वास करें एवं जीत का ही अभ्यास भी करें।
8 Responses
बेहतरीन वाह वाह
Sir ji. itne utkrisht lekh ke liye saadhuwad. sahi mayne me jiwan me kai aise udaharan hain jinse hame prerana lene ki zarooat hai.
बहुत बहुत धन्यवाद सर
आपने अपने लेख को सुगम और सरल हिंदी में भी उपलब्ध करा कर और भी आसान बना दिया।
अगले लेख के इंतजार में…
जीवन जिजीविषा का नाम है हमेशा उनके बारे में सोचे जिनके पास हमसे कम साधन,सम्पन्नता, शारीरिक योग्यता है फिर भी कुछ कर दिखाने की ललक उन्हें एक उदाहरण / प्रेरक बना देती है जैसा जेसिका ने—— धन्य है
Thanx for this meaningful thought.
Awesome story 😊
I salute this girl. This girl ever encourage me.
Very nice sir